Monday, June 7, 2021
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Sunday, June 6, 2021
IT Dept Asks Taxpayers To Re-Register DSC On The New Portal
Income Tax Dept. Asks Taxpayers To Re-Register DSC On The New Portal From June 7, 2021
In its latest communication via e-mail, The Department of Income Tax has asked Taxpayers to re-register their DSC or Digital Signature Certificate afresh on the New Portal due to be launched on June 7.
Income Tax Dept. Asks Taxpayers To Re-Register DSC On The New Portal From June 7, 2021
For the purpose of making the e-filing Portal more Customer Friendly and reduce the turnaround time for the Different Tax Functionalities, The Department of Tax shall unveil An Advanced Version.
A DSC is An Electronic Edition of Physical Certificate that validates the Identity of an Individual. In Tax Matters, it is used for signing the documents electronically and for authenticating the electronic documents.
In a case if there are any changes in the personal information, while applying for a fresh DSC you need to make an application to get the same updated on the DSC.
Model Tenancy Act - मकान किराये पर लेने-देने के लिए नया कानून
Model Tenancy Act - मकान किराये पर लेने-देने के लिए नया कानून
मकान मालिक और किरायेदार के किच-किच भरे रिश्तों के सुनहरे दिन आने की उम्मीद जगी है. अब मकान में कोई भी काम होना होगा, तो ये नहीं होगा कि हम कराएं-तुम कराओ. इसके लिए बाकायदा मसौदा तैयार हो गया है, उसी के हिसाब से चलना होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 2 जून यानी बुधवार को कैबिनेट की बैठक हुई. इसमें Model Tenancy Act यानी मॉडल किरायेदारी कानून को पास कर दिया गया. इसके जरिये मकान मालिक और किरायेदार के हितों की रक्षा और दोनों की ज़िम्मेदारियों को बांटने की कोशिश की गई है. इसमें एक बात जिसका ख़्याल मकान मालिक और किरायेदार दोनों को रखना है, वो ये कि रेंट अग्रीमेंट (Rent Agreement) ज़रूर बनवाना है. इसके अलावा एक वेरिफिकेशन फॉर्म (Verification Form) भी रेंट अथॉरिटी (Rent Authority) में जमा करना होगा.
रेंट अथॉरिटी क्या है?
नए कानून को केंद्र की तरफ से अब राज्यों के पास भेजा जाएगा. राज्य इस कानून को इसी शक्ल में स्वीकार कर सकते हैं या अपनी ज़रूरतों के हिसाब से इसमें कुछ बदलाव भी कर सकते हैं. चूंकि ये राज्य का विषय है. राज्य इसके तहत रेंट अथॉरिटी गठित करेंगे. रेंट अथॉरिटी किसी भी संपत्ति को किराये पर लेने और देने वाले के बीच कानून का पालन सुनिश्चित करेगी. प्रॉपर्टी को किराये पर उठाने से पहले रेंट अथॉरिटी को बताना होगा. किराये से लेकर रेंट अग्रीमेंट तक की सारी जानकारी देनी होगी. कोई विवाद होने पर किरायेदार और मकान मालिक इसी के पास जाएंगे. राज्य सरकारों को रेंट कोर्ट और रेंट ट्रिब्यूनल भी बनाने होंगे, जहां इससे जुड़े गंभीर विवादों का निपटारा होगा.
रेंट कोर्ट या रेंट ट्रिब्यूनल के पास जो भी मामला जाएगा, उसका 60 दिन में समाधान करना होगा. रेंट अग्रीमेंट या किरायेदारी से जुड़ी बाकी सेवाओं के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म भी तैयार किया जाएगा, जो स्थानीय भाषाओं में भी उपलब्ध होगा. ये कानून अभी तक हो चुके रेंट एग्रीमेंट्स पर लागू नहीं होगा. इस कानून के लागू होने की तारीख के बाद जो रेंट एग्रीमेंट होंगे, सिर्फ उन्हीं को इसकी शर्तों के हिसाब से चलना होगा. ये कानून के नियम शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी लागू होंगे.
# इस कानून के लागू होने के बाद किसी प्रॉपर्टी को किराये पर देने या लेने से पहले लिखित में एग्रीमेंट करना होगा.
# रेंट अग्रीमेंट पूरा होने के बाद भी अगर किरायेदार मकान खाली नहीं करता, तो मकान मालिक 2 से 4 गुना ज्यादा किराया मांग सकेंगे.
# मकान मालिक अगर संपत्ति में कुछ रेनोवेशन का काम कराता है, तो किरायेदार की सहमति से किराया बढ़ा सकेगा.
# जब किरायेदार को मकान खाली करना हो, और अगर मकान मालिक को लगे कि उसने प्रॉपर्टी में कुछ नुकसान किया है तो वह सिक्योरिटी मनी में से पैसे काट सकता है. कोई विवाद होने पर रेंट अथॉरिटी निपटारा करेगी.
# मकान मालिक 2 महीने से ज़्यादा का एडवांस किराया नहीं ले सकेगा.
# रेंट अग्रीमेंट में तय समय पूरा होने से पहले मकान खाली करने का दबाव नहीं बनाया जा सकेगा.
# मकान मालिक को घर का मुआयना करने या कोई रिपेयर वर्क कराने से 24 घंटे पहले सूचना देनी होगी.
# तय समय के पहले किराये में किसी तरह का बदलाव करने के लिए 3 महीने पहले नोटिस देना होगा.
# मकान मालिक किसी भी स्थिति में किरायेदार की बिजली, पानी जैसी ज़रूरी सुविधाएं बंद नहीं कर सकेंगे.
# अगर कोई किराएदार प्रॉपर्टी को किसी तीसरे को किराए पर देना चाहेगा तो मकान मालिक की सहमति से ही ऐसा कर पाएगा.
इसकी ज़रूरत क्यों पड़ी?
आप कह सकते हैं कि इनमें से अधिकतर बातें तो अभी भी फॉलो की जा रही थीं, फिर सरकार को अलग से Model Tenacy Act लाने की क्या ज़रूरत आन पड़ी?
2011 की जनगणना के मुताबिक, देश के शहरी इलाकों में करीब 1.1 करोड़ मकान खाली पड़े हैं. फिलहाल किरायेदार और मकान मालिकों के बीच नियमों की स्पष्टता कम और जटिलता ज़्यादा है. इस वजह से कई लोग तो मकान किराये पर देने से ही हिचकते हैं. उन्हें ये भी डर रहता है कि कहीं किरायेदार मकान पर कब्जा न कर लें. किरायेदार भी तमाम सोच-विचार के बाद ही मकान लेता है. सरकार का मानना है कि इन कानूनों से देश में मकानों को किराये पर उठाने में मदद मिलेगी. और अगर मकान को किराये पर लेने का सिस्टम आसान बनाया जा सका तो मोदी सरकार की 2022 तक सबको घर योजना को बूस्ट मिल सकता है.
Saturday, June 5, 2021
1 अगस्त से अब वीकेंड पर भी आ जाएगी सैलरी
अब Weekend पर भी आ जाएगी Salary
NACH की सुविधाएं पूरे हफ्ते मिलेंगी
1 अगस्त से लागू
अब आपको अपनी सैलरी के लिए शनिवार और रविवार यानी वीकेंड के गुजरने का इंतजार नहीं करना होगा, RBI ने National Automated Clearing House (NACH) के नियमों में बदलाव कर दिया है. NACH की सुविधाएं 1 अगस्त, 2021 से हफ्ते में सातों दिन मिलेगी. अभी सिर्फ इसकी सुविधाएं तभी मिलती हैं जब बैंक खुले होते हैं, आमतौर पर सोमवार से शुक्रवार के बीच ही NACH की सुविधाएं मिलती है.
NACH की सुविधाएं अब पूरे हफ्ते
कई बार ऐसा होता है कि महीने की पहली तारीख वीकेंड पर पड़ जाती है, जिसकी वजह से सैलरीड क्लास को अपनी सैलरी अकाउंट में क्रेडिट होने के लिए सोमवार तक का इंतजार करना पड़ता है. RBI गवर्नर शक्तिकांता दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने क्रेडिट पॉलिसी रीव्यू के दौरान ऐलान किया कि ग्राहकों की सुविधाओं को और बढ़ाने के लिए और 24×7 मौजूद रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) का लाभ उठाने के लिए, NACH जो अभी बैंकों में कार्य दिवसों में उपलब्ध है, इसे हफ्ते के सभी दिनों लागू करने का प्रस्ताव दिया गया है, जो 1 अगस्त, 2021 से प्रभावी होगा.
सैलरी, पेंशन, EMI पेमेंट अब वीकेंड पर भी
NACH एक बल्क पेमेंट सिस्टम है जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेश ऑफ इंडिया (NPCI) संचालित करता है. जो कई तरह के क्रेडिट ट्रांसफर जैसे डिविडेंड, इंटरेस्ट, सैलरी और पेंशन की सुविधा देता है. इसके अलावा इलेक्ट्रिसिटी बिल का पेमेंट, गैस, टेलीफोन, पानी, लोन की EMI, म्यूचुअल फंड निवेश और इंश्योरेंस प्रीमियम के भुगतान की भी सुविधा देता है. मतलब अब आपको इन सारी सुविधाओं को हासिल करने के लिए सोमवार से शुक्रवार यानी Week Days का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, ये काम Weekends में भी हो जाएंगे.
RBI ने कहा कि NACH लाभार्थियों के लिए डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) के एक लोकप्रिय और प्रमुख डिजिटल मोड के रूप में उभरा है, जो मौजूदा वक्त में COVID-19 के दौरान समय पर और पारदर्शी तरीके से सरकारी सब्सिडी के हस्तांतरण में मदद करता है. वर्तमान में, NACH की सेवाएं केवल उन्हीं दिनों मिलती हैं जब बैंक काम कर रहे होते हैं, लेकिन 1 अगस्त से यह सुविधा सप्ताह के सभी दिनों में उपलब्ध होगी.
Thursday, June 3, 2021
File Income Tax Returns Through Mobile Phone
ITR Filing
File Income Tax Returns Through Mobile Phone
Income Tax Department has also said that there will be A Brand New Mobile Application. Once the New Website goes Live Next Week, it will be User-Friendly and Mobile-Friendly Portal, Income Tax Department has said.
Wednesday, June 2, 2021
Bank Rules Changed - BoB And Canara Bank
Bank Rules Changed
Bank of Baroda has made “Positive Pay Confirmation” Mandatory for the Customers making Cheque Transaction of more than Rs 2 lakh.
Canara Change is Pertaining to IFSC Code
Bank Rules have been changed. Bank Customers must take note of the New Rules being implemented from June 1.
While all bank customers need not to worry, Canara Bank and Bank of Baroda account holders must know the changes. Canara Bank’s change is pertaining to IFSC code and Bank of Baroda has made Positive pay confirmation mandatory to check Fraud Cheque Payments
“We request you to inform the remitters (senders) to use only your New IFSC Code starting with “CNRB” while sending NEFT/RTGS/IMPS, from now itself,” Canara Bank Authority said.
Canara Bank customers can check new IFSC Code by visiting https://www.canarabank.com/IFSC.html.
Canara Bank Customers need to enter their Old IFSC to get the corresponding New IFSC.
You need to “Click here to get new IFSC” get the new code.
Bank of Baroda has made “Positive Pay Confirmation” mandatory for the customers making Cheque Transaction of more than Rs 2 lakh.
Tuesday, June 1, 2021
EPFO Members Can Withdraw Money Citing COVID-19
: PF Rule Change :
EPFO Members Can Withdraw Money Citing COVID-19
In a bid to help citizens amid the IInd Wave of novel coronavirus pandemic, the Employee Provident Fund Organization (EPFO) has allowed members to withdraw money from The Retirement Fund as a non-refundable advance.
The EPFO will also settle COVID-19 claims within 3 days, the Ministry of Labour and Employment said . “Considering urgent need of members for financial support in these trying times, it has been decided to accord top priority to COVID-19 claims. EPFO is committed to settle these claims within 3 days of their receipt,” the statement mentioned.